मांडवा कभी राजस्थान का प्रमुख शहर हुआ करता था, जिसकी स्थापना राजपूतों ने 18वीं सदी में की थी। शेखावटी शासकों के प्रथम वंशज नेवल सिंह ने मांडवा किले का निर्माण तथा इस क्षेत्र में शहर का विकास किया था। इस किले का निर्माण शेखावटी क्षेत्र के मांडवा क्षेत्र में फलफूल रहे व्यापार को संरक्षण प्रदान करने के लिए एक चैकी के रूप में किया गया था। 
वर्तमान में यह किला विरासत होटल में परिवर्तित कर दिया गया है। यह किला अपने रंगीन मेहराबाद द्वार, सुंदर भित्तिचित्र, उत्तम नक्काशी, भगवान कृष्ण की चित्रकारी एवं दर्पण कार्य के लिए प्रसिद्ध है। यह महल जयपुर से 168 किलोमीटर दूर अरावली पर्वतों के मध्य स्थित है। मांडवा अपनी हवेलियों के लिए भी प्रसिद्ध है जो शेखावटी क्षेत्र की पहचान हैं। ये हवेलियां विश्व की सबसे बड़ी खुली कलादीर्घाएं हैं।  

अन्य आकर्षण