मौलाना अबुल कलाम आज़ाद अरबी फ़ारसी शोध संस्थान टोंक शहर के मध्य में स्थित है। यह संस्थान दो ऐतिहासिक पहाड़ियों रसिया व अन्नपूर्णा के बीच में बना हुआ है। इस संस्थान की सुंदर दीर्घा है जिसका निर्माण 2002 में आरंभ हुआ था। यहां के संग्रहालय में आकर्षक सुलेख प्रदर्शित की गई हैं, जो मानव के केश, चावल, दालों एवं तिल के बीजों पर उकेरी गई हैं। संग्रहालय के प्रदर्शनी हाॅल में अनेक महत्त्वपूर्ण पांडुलिपियां सहेजकर रखी गई हैं, जिनपर राजाओं की मोहरे लगी हुई हैं।

यहां रखे आकर्षणों में औरंगज़ेब द्वारा हाथ से लिखी पवित्र कुरान, ईरान के 74 राजाओं के जीवन से संबंधित जानकारियां, फ़ारसी में अनुवादित रामचरित्रमानस, अकबरनामा एवं शाहनामा प्रमुख हैं। यहां रखे गए साहित्य में अधिकतर टोंक के तीसरे शासक नवाब मोहम्मद अली ख़ान के व्यक्तिगत संग्रह से लिए गए हैं।  

अन्य आकर्षण