मुंबई की बेहतरीन चीजों में से एक यहां का समुद्र है। इसके आस पास के बीच और द्वीप घूमने-फिरने के लिए काफ़ी पसंद किए जाते हैं। गेटवे ऑफ इंडिया से नाव द्वारा एक घंटे से भी कम की दूरी पर कोलाबा में स्थित, एलिफेंटा द्वीप मौजूद है। इसे आम बोलचाल की भाषा में 'घारपुरी' यानी किलों के शहर के नाम से जाना जाता है। ये सुंदर द्वीप 10 से 15 किमी तक फैले हुए हैं। इसमें आम, इमली और ताड़ के कई पेड़ हैं। वीकेंड पर घूमने, ट्रेकिंग और पिकनिक के लिए ये जगह बिल्कुल सही है। इस द्वीप का नामकरण 16वीं शताब्दी के पुर्तगाली खोजकर्ताओं द्वारा खोजी गई, हाथी की एक विशाल पत्थर की मूर्ति से किया गया है। यह द्वीप विश्व भर में अपनी प्राचीन शैलकृत गुफाओं की श्रंखला के लिए मशहूर है, जिन्हें एलीफेंटा गुफाओं के नाम से जाना जाता है। ये गुफाएं हिंदू और बौद्ध देवताओं को समर्पित हैं और इनकी दीवारें नक्काशी और मूर्तियों से भरी हैं। इन गुफाओं को वर्ष 1980 के दशक की शुरुआत में यूनेस्को की वर्ल्ड हेरिटेज साइट्स की सूची में शामिल किया गया था। ये गुफाएं एक पहाड़ी की चोटी पर स्थित हैं। गुफाओं की दीवारों पर 5वीं शताब्दी के मध्य से लेकर 6वीं शताब्दी तक की प्राचीन रॉक-आर्ट पाई जाती है। द्वीप पर दो मुख्य पहाड़ियां हैं-गन हिल और स्तूप हिल। गन हिल का नाम यहां रखी ब्रिटिश-युग की दो तोपों पर रखा गया है और स्तूप हिल का नाम उन बौद्ध स्तूप के अवशेषों पर रखा गया है जो यहां खुदाई के दौरान पाए गए थे। एलिफेंटा नेटवर्क की सबसे अधिक विस्तृत और सुंदर वास्तुकला वाली गुफा, गन हिल पर स्थित है। इन गुफाओं के फलक, शैव सम्प्रदाय के गूढ़ पशुपति संप्रदाय के जीवन और मान्यताओं को दर्शाते हैं। सदाशिव नामक 7 मीटर ऊंची एक संरचना गुफा के द्वार पर स्थित है।

* This embed is a third party content and available in English only.

अन्य आकर्षण