रॉक वॉक्स

हैदराबाद शहर के शहरी परिदृश्य के विपरीत, चट्टानों की एक अद्भुत पहाड़ी है। पर्यटक अक्सर रॉक वॉक में शामिल होते हैं, जो शहर की प्राकृतिक सौंदर्य को आत्मसात करने का एक आदर्श तरीका है। इस सैर का अनुभव साहसिक होने के साथ-साथ शिक्षाप्रद भी सिद्ध हो सकता है जिससे यह बात समझ में आ जाती है कि क्यों दक्कन पठार की ग्रेनाइट पहाड़ियों और उसके टीलों (रिज़ेस) की संरक्षित करने की आवश्यकता है। आप 'सोसाइटी टू सेव रॉक्स' के साथ जुड़ सकते हैं, जो हर महीने शहर के चट्टानी इलाके की यात्रा करते हैं और अपने दिलचस्प पर्यटन पर आगंतुकों को ले जाते हैं। शहर के आस-पास की पहाड़ियां भी, चट्टानों पर हाइक करने और चढ़ने के लिए एक अच्छी जगह है।

रॉक वॉक्स

रथयात्रा

रथयात्रा एक वार्षिक सार्वजनिक जुलूस है, जिसमें रथों पर देवताओं की मूर्तियां शहर में चारों ओर घुमाई जाती हैं। इस त्योहार की प्रमुख मूर्तियां भगवान जगन्नाथ, उनके भाई भगवान बलभद्र, उनकी बहन देवी सुभद्रा की हैं। भगवान जगन्नाथ को भगवान विष्णु का अवतार माना जाता है, और जिनका हथियार सुदर्शन चक्र है। इस जुलूस में शामिल होने के लिए हर साल लाखों हिंदू भक्त यहां आते हैं।हैदराबाद का जगन्नाथ मंदिर, इस रथ यात्रा या रथ महोत्सव के आयोजन के लिए प्रसिद्ध है। इस मंदिर को ओडिशा में पुरी के जगन्नाथ मंदिर के समान बनाया गया है।

रथयात्रा

जंगल की सफारी

हैदराबाद शहर, केबीआर नेशनल पार्क, मृगावनी नेशनल पार्क, महावीर हरिना वनस्थली नेशनल पार्क आदि जैसे कई राष्ट्रीय उद्यानों को समेटे हुए है।आप वन्यजीव साहसिक यात्रा या जंगल की सफारी पर निकल कर अनेक वनस्पतियों, जीवों और पक्षियों की सुंदर और राजसी प्रजातियों का दर्शन कर सकते हैं। केबीआर नेशनल पार्क में दुर्लभ प्रजातियों जैसे मॉनिटर छिपकली, जंगली सूअर, जंगली बिल्लियों और विभिन्न प्रकार के सांपों को देखा जा सकता है। इसके अलावा, इस पार्क में वनस्पतियों की 600 से अधिक प्रजातियों और सौ से अधिक तरह के पक्षियों का घर है।मृगावनी पार्क से गुजरने के दौरान, आप एक दुर्लभ काले रोएं वाले खरगोश, रसेल सांप, चीतल, भारतीय चूहे, सांप, कीवेट और फूल के पराग चूसने वाले कठफोड़वा की झलक पा सकते हैं।महावीर हरिना वनस्थली राष्ट्रीय उद्यान हैदराबाद शहर से लगभग 15 किमी दूर है और इसे बहुत सी चीजों का श्रेय प्राप्त है। एक समय यह तत्कालीन निज़ामों का शिकारगाह था, और आज वन्यजीवों के उत्साहियों की पेशकश करने के लिए इसके पास बहुत कुछ है, क्यों कि यह लुप्तप्राय काले हिरण (ब्लैकबक) का घर है।

जंगल की सफारी

रामोजी फिल्म सिटी के आसपास का दौरा

दुनिया के सबसे बड़े फिल्म केंद्रों में से एक, हैदराबाद में रामोजी फिल्म सिटी एक शानदार आकर्षण है, जहां शो फिल्माने के लिये अनेक फिल्म और टीवी सेट हैं। 6.7 वर्ग किलोमीटर में फैला, यह 'टॉलीवुड', जो तेलंगाना और आंध्र प्रदेश फिल्म उद्योग का लोकप्रिय नाम है, का घर है। एक ओपन-एयर विंटेज टूर बस, पर्यटकों को इस विशाल परिसर के चारों ओर घुमाती है यह दिखाने के लिये कि उनकी पसंदीदा फिल्में कैसे बनती हैं। इस टूर के ठिकानों में, शहर के कुछ उद्यानों और कुछ फिल्म सेट शामिल हैं। परिसर में पर्यटकों के लिए शानदार होटल उपलब्ध हैं ताकि वे पूरी तरह से फिल्मी दुनिया का अनुभव ले सकें। यहां कोई भी 'टॉय ट्रेन' या 'ज्वॉय राइड्स' की सवारियों का आनंद ले सकता है, जो बच्चों को विशेष रूप से आकर्षित करते हैं। प्राचीन भारतीय महलों से लेकर आधुनिक यूरोपीय शहरों तक और पौराणिक सभ्यताओं से लेकर अंतरिक्ष-युग तक के परिदृश्यों को आप इस फिल्म सिटी में देख सकते हैं। ऐसा लगता है कि दुनिया के सबसे बड़े फिल्म स्टूडियो परिसर रामोजी में, पूरा ब्रह्मांड एक साथ सिमट आया है। यह गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स द्वारा भी प्रमाणित है।

रामोजी फिल्म सिटी के आसपास का दौरा

लाड बाज़ार में खरीदारी

हैदराबाद में अनेक बाजार हैं जहां इतने तरह की चीजें मिलती हैं कि ग्राहक आह्लादित हो उठता है। चारमीनार के पास का प्रसिद्ध लाड बाज़ार, एक बहुत पुराना बाज़ार है जो अपनी चमक-दमक और रंग-बिरंगी लाख की चूड़ियों की दुकानों के लिए प्रसिद्ध है। इसकी संकरी गलियों की छोटी छोटी दुकानों में साड़ियां, शादी का सामान, कलमकारी पेंटिंग, अर्ध-कीमती पत्थर के आभूषण, चांदी के बर्तन, बिदरी की वस्तुएं, ज़री के कपड़े और बहुत कुछ मिलते हैं। यहां आप मोती के आभूषणों की खरीदारी भी कर सकते हैं, जो इस पर्ल शहर की एक खासियत है, जिस नाम से हैदराबाद लोकप्रिय है। ऐसा कहा जाता है कि निज़ाम आयातित मोतियों के शौकीन थे और इसीलिए यहां यह व्यापार शुरू हुआ और आज तक जारी है। आज, शहर मोतियों की दुकानों से भरा पड़ा है। यहां पर्यटक, चारमीनार के पास, चार कमान भी जा सकते हैं, जो मोतियों की खरीदारी का एक और क्षेत्र है।एक जीवंत शॉपिंग सेंटर, शिल्परमम, एक कला और शिल्प का केन्द्र है जिसे एक पारंपरिक गांव की तरह स्थापित किया गया है। यह पारंपरिक शिल्प, वस्त्र, कालीन और खिलौने खरीदने के लिए एक शानदार जगह है।यहां के जुबली और बंजारा हिल्स ऐसे क्षेत्र हैं जो दमकीले मॉल और हाई-एंड बुटीक की दुकानों से भरे पड़े हैं।

लाड बाज़ार में खरीदारी

इत्र का बाज़ार

परफ्यूम मार्केट चारमीनार के पास स्थित है और इसमें कई तरह की दुकानें हैं, जिनमें अतर की बिक्री होती है, जो एक पारंपरिक इत्र है। पर्यटक इन प्राकृतिक सुगंधों की एक महक ले सकते हैं और उन्हें सीधे उत्पादकों से खरीद सकते हैं, जिनमें से अधिकांश कारोबारी पीढ़ियों से इस व्यवसाय में हैं। कुछ लोकप्रिय सुगंधों में गुलाब, चंदन और कस्तूरी शामिल हैं। इन इत्रों की खासियत यह है कि इनमें अल्कोहल या रसायन नहीं होते हैं। ये एक अच्छा उपहार और स्मृति चिह्न हैं। पर्यटक यहां की कार्यशालाओं में भी जा सकते हैं, यह देखने के लिए कि इत्र कैसे बनाया जाता है।

इत्र का बाज़ार