देवी शारदा की अवतार सुकराला माता को समर्पित यह प्राचीन मन्दिर समुद्रतल से लगभग 3,500 फीट की ऊँचाई पर स्थित है। यह कठुआ ज़िले के बिल्लावर में स्थित है। देवी सुकराला को माँ दुर्गा का स्वरूप माना जाता है। इस मन्दिर का निर्माण हिमाचल प्रदेश के चम्बा के निर्वासित राजकुमार माधो सिंह द्वारा करवाया गया था। एक पौराणिक कथा के अनुसार देवी ने स्वयं को एक पत्थर के रूप में बैठी हुई अवस्था में अंकित कर लिया। यहाँ शेर पर बैठी हुई देवी की पीतल से बनी मूर्ति है जिसका शीर्ष भाग चाँदी से निर्मित है। यहाँ श्रद्धालु देवी दुर्गा के महिषासुर मर्दिनी स्वरूप की पूजा करने आते हैं जो राक्षसराज महिषासुर के शीर्ष पर खड़ी हैं।

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