\मानसिक एवं आध्यात्मिक शांति के लिए किए जाने वाला योगाभ्यास, प्राचीन काल से भारतीय संस्कृति का एक अहम हिस्सा रहा है। इसका दुनिया भर के लोगों को लाभ मिल सके, इसी मकसद से भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा में दिए अपने भाषण में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाने का प्रस्ताव रखा था। उनके प्रयास का सभी ने समर्थन किया।
संयुक्त राष्ट्र ने 177 देशों के समर्थन से यह प्रस्ताव पारित किया कि 21 जून को हर साल अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाएगा।इस विशेष दिवस पर दुनिया भर में, समाज के हर वर्ग के लोग एक साथ मिलकर योगाभ्यास करते हैं। ये सभी विभिन्न आसन करते हैं।
भारत में सुदूर क्षेत्रों में तैनात सशस्त्र सेना के जवानों से लेकर सरकारी अधिकारियों, राज्यों के मुख्यमंत्री, कैबिनेट मंत्री तथा सरकारी विभागों के अध्यक्ष, मनोरंजन की दुनिया से जुड़ी हस्तियां, खिलाड़ी और आमजन सभी लोग इस दिवस में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं। इस दिन उन सभी की अहम भागीदारी होती है।