घने व सुरम्य वनों के मध्य, चंबल और ब्राह्मणी नदियों के तट पर स्थित है भैंसरोड़गढ़ का अद्भुत किला। यह किला दूसरी शताब्दी में निर्मित किया गया था, व इसमें स्थित भव्य महल है जिसे को अब एक हैरिटेज होटल में बदल दिया गया है। किंवदंती है कि खिलजी वंश के बादशाह अलाउद्दीन खिलजी (1296-1316) ने इस किले को बर्बाद कर दिया था।आप यहाँ आएँ तो इस किले के निकट ही स्थित भैंसरोडगढ़ वन्यजीव अभयारण्य में भी अवश्य जाएँ। वहाँ आपको बहुत से वन्यजीव व पक्षी दिख सकते हैं, जिनमें हिरण, गीदड़, चिंकारा, लोमड़ी, लकड़बग्घा, मृग, जंगली सूअर, कछुए, मगरमच्छ, हंस, काली तहेरी, लाल चोंच वाली बत्तख, राजबक, बाज, उल्लू और जलकाक शामिल हैं। इस अभयारण्य की अवस्थिति ठीक चंबल और ब्राह्मणी नदियों के संगम पर है, इसलिए आप यहाँ मीठे पानी की डॉल्फिन को चारों ओर तैरते हुए देखने का आनंद भी ले सकते हैं।  

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