इस संग्रहालय की मदद से 18वीं व 19वीं सदी में सिखों के इतिहास, संस्कृति एवं वास्तुशिल्प की संपूर्ण जानकारी मिलती है। कभी यह महाराजा रणजीत सिंह का ग्रीष्मकालीन महल हुआ करता था, जो सिख साम्राज्य के पहले राजा थे। यह महल अमृतसर के बीचोंबीच स्थित विख्यात रामबाग गार्डन में स्थित है, जो स्वर्ण मंदिर से मात्र चार किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। वर्ष 1977 में इस महल को संग्रहालय में परिवर्तित कर दिया गया था। इस संग्रहालय में महाराजा के दरबार से संबंधित अनेक अवशेष विद्यमान हैं। इनमें चित्रकारी, भित्तिचित्र, सिक्के एवं अस्त्र-शस्त्र प्रमुख हैं। संग्रहालय के निकट महाराजा रणजीत सिंह पैनोरामा स्थित है, जिसके माध्यम से महाराजा के जीवन से संबंधित घटनाएं प्रदर्शित की जाती हैं। यह पैनोरामा दो मंज़िला गोलाकार इमारत है, जिनमें महाराजा द्वारा लड़े गए छः प्रमुख युद्धों को दर्शाती शानदार चित्रकारी मौजूद है। इस संग्रहालय में महाराजा के प्रारंभिक जीवन से संबंधित एक आदमकद चित्रकारी एवं तीन-आयामी दृश्य भी देखने को मिलता है।

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