लगभग 23 मीटर ऊंचा और आठ मंजिला हैक्सागोनल टावर के रूप में बना मनोरा फोर्ट, यूनेस्को के विश्व धरोहर स्थलों में सूचीबद्ध है। यहां से बंगाल की खाड़ी का नज़ारा साफ-साफ दिखाई देता है, तथा इसकी अनूठी संरचना के आधार पर ही इसका नाम हिंदी शब्द 'मीनार' से लिया गया है। कहा जाता है कि, सन् 1815 में वाटरलू में नेपोलियन बोनापार्ट पर ब्रिटेन की जीत के सम्मान में इस टॉवर को बनाया गया था। इस टावर के चारों ओर खाई है, और यह चोल वास्तुकला का बेहतरीन नमूना है। शांत समुद्री हवा, नारियल के पेड़ और इसके चारों ओर मौजूद नौकाएं, इसे एक शानदार पिकनिक स्पॉट बनाती है, जिस कारण यहां घूमने-फिरने का मज़ा दोगुना हो जाता है। मनोरा किला सन् 1814-15 में मराठा शासक, सेरफोजी II द्वारा बनवाया गया था, और कभी-कभी किले का उपयोग लाइटहाउस के रूप में भी किया जाता था।

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