एक चट्टान की नक्काशी से उकेरी गई 400 से अधिक सीढ़ियों को बिल्लो की पाउरी कहा जाता है। यह सीढ़ी डवराई तक जाती है। डवराई, पैराग्लाइडिंग के लिए मशहूर स्थल है। ऐसा माना जाता है कि चेनानी के पूर्व राजा ने इन सीढ़ियों को उकेरा था। उन्होंने बटोटे शहर के लिए लघु मार्ग के रूप में इन सीढ़ियों को उकेरा था। इन सीढ़ियों को शिल्प और कौशल का भी एक अच्छा उदाहरण माना जाता है। वर्षों से इन सीढ़ियों का भरपूर उपयोग होता रहा है, जिससे नीचे की चौथाई सीढ़ियां नष्ट हो गई हैं। इसमें लगभग 270 सीढ़ियां अभी भी सुरक्षित हैं। सीढियां काफी खड़ी हैं, जिससे ये सीढ़ियों की बजाय लैडर से मिलती-जुलती हैं। आप इस पर जितना चढ़ते हैं, उतना ही कुद शहर का सुंदर दृश्य देखने को मिलता है। साफ-सुथरे मौसम में आप चेनानी से राष्ट्रीय राजमार्ग को भी देख सकते हैं। मानसून के दौरान, पूरा क्षेत्र घने बादलों से ढंक जाता है, जिसे देखना काफी रोमांचक और कभी न भूल पाने वाला अनुभव होता है।

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