बेसिलिका ऑफ बोम जीसस

वर्ष 1605 ई में बना 'बेसिलिका ऑफ बॉम जीसस' पुराने गोवा में स्थित है। यहां पर सेंट फ्रांसिस जेवियर के अवशेषों को रखा गया है, जिस कारण यह पर्यटकों के बीच बेहद लोकप्रिय है। पुराने गोवा में स्थित बाकी चर्चों कि तरह ही यह चर्च भी यूनेस्को की विश्व धरोहर की सूची में शामिल है। इसका बाह्य भाग काले ग्रेनाइट से निर्मित है, जो बारोक वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है और इस पर डोरिक, कोरिंथियन और इसके मिश्रित प्रभावों को देखा जा सकता है। इसके भीतर 30 फीट चौड़ा और 54 फीट ऊंचा एक ऑल्टर है, जिसके स्तंभ, यहां से 300 किमी दूर, वसई शहर के बेसाल्ट (भूरे चट्टान) नामक चट्टान के पत्थरों से बनाए गए हैं। यहां पर जीसस क्राइस्ट की बाल्यावस्था की मूर्ति स्थापित है, जिस पर सोने की परत चढ़ी हुई है। इसके ऊपर 'जेसुइट ऑर्डर' नामक केथोलिक सोसाईटी के संस्थापक 'सेंट इग्नाटियस लोयला' की मूर्ति है। इसके ऊपर आपको एक प्राचीन पदक दिखाई देगा जिस पर पवित्र त्रिमूर्ति (Holy Trinity) का चित्रण है। बेसिलिका के दक्षिणी छोर पर प्रार्थनालय है; जिसमें सेंट फ्रांसिस जेवियर के अवशेष सुरक्षित हैं।

बेसिलिका ऑफ बोम जीसस

असीसी के सेंट फ्रांसिस का चर्च

सन् 1665 में बना यह चर्च आज भी अपनी प्रचीन पुर्तगाली-मैनुएलिन शैली को बनाए हुए है। 'सेंट फ्रांसिस ऑफ असीसी' नामक इस चर्च के बाहरी हिस्से पर की गई कारीगरी बेहद ही सहज और सरल है; वहीं दूसरी तरफ इसकी अंदरूनी हिस्सों की बैरोक वास्तुकला अत्यंत भव्य और विचित्र है। अपने कोरिंथियन प्रभाव के कारण यह बेहद आकर्षक लगती है। इस चर्च के अंदरूनी प्रार्थना स्थल के ऊपर जीसस क्राइस्ट के साथ सेंट फ्रांसिस ऑफ असीसी की एक बड़ी प्रतिमा लगी है। इसके दोनों तरफ लकड़ी पर बनाई गई पेंटिंग लगी हुई है, जो मानवता के संरक्षक इस संत के जीवन और कालखंड को दर्शातीं हैं।

असीसी के सेंट फ्रांसिस का चर्च

सेंट कैजेतन चर्च

गोवा के सबसे खूबसूरत चर्चों में से एक, यह चर्च ओल्ड गोवा में सी कैथेड्रल के पास स्थित है। इसकी बनावट बेहद सुंदर है। इसका निर्माण वर्ष 1665 में थीयेटिन्स ऑर्डर के संस्थापक के बाद, थीयेटिन्स ऑर्डर के ही इतावली संतों ने किया था। 'ऑर्डर ऑफ थीयेटिन्स' के संस्थापक, सेंट फ्रांसिस जेवियर के समकालीन भी थे। सेंट कैजेटन चर्च कोरिन्थियन वास्तुकला का बेहतरीन उदाहरण है। इसके बाह्य भाग पर सेंट पॉल, सेंट पीटर, सेंट जॉन और सेंट मैथ्यू की चार शानदार मूर्तियां लगी हैं, जबकि अंदरूनी हिस्से पर कोरिंथियन, बारोक, रोकोको और गोयन को प्रदर्शित करती कलाकृतियां है, जिन पर सोने की परत चढ़ाई गई है। चर्च का मुख्य ऑल्टर 'लेडी ऑफ डिवाइन प्रोविडेंस' को समर्पित है।

सेंट कैजेतन चर्च

अवर लेडी ऑफ़ द इमैक्युलेट कांसेप्शन चर्च

राज्य की राजधानी पणजी में स्थित, इस भव्य चर्च को मूल रूप से वर्ष 1541 में एक चैपल (प्रार्थनालय) के रूप में बनाया गया था। वर्ष 1619 में पुनर्निर्माण करके इसको वर्तमान स्वरूप दिया गया। इसका सफेद अग्र भाग पुर्तगाली-बरोक और गोवन वास्तुकला की शैलियों को प्रदर्शित करता है। इसमें दो मीनारें और एक लम्बा घंटाघर है। इसे दूर से भी देखा जा सकता है इसलिए इसे पणजी का 'मुकुट' भी कहा जाता है। इसमें एक प्राचीन घंटा लगा है, जो 'चर्च ऑफ ऑवर लेडी ऑफ ग्रेस' के ऑगस्टिनियन खंडहर से प्राप्त हुआ था। यह गोवा में अपनी तरह का दूसरा सबसे बड़ा घंटाघर माना जाता है और पहले पाएदान पर अभी भी 'सी कैथेड्रल' में स्थित 'गोल्डन बेल' नामक घंटा काबिज़ है।

अवर लेडी ऑफ़ द इमैक्युलेट कांसेप्शन चर्च