बेलगाम किला परिसर के भीतर स्थित, कमल बसती एक जैन मंदिर है जिसका निर्माण 1204 ईस्वी में राल्टा वंश के राजा कार्तवीर्य चतुर्थ के राजपुरोहित बिची राजा ने करवाया था। उत्तरवर्ती चालुक्य शैली में निर्मित यह मंदिर अपनी मीनार के लिए प्रसिद्ध है, जो 72 पंखुड़ियों वाले विशाल कमल पुष्प से सुशोभित है। इस मंदिर की छत को 24 जैन तीर्थंकरों की छवियों से सुसज्जित किया गया है, तथा इसके गर्भगृह में 22वें तीर्थंकर निमिनाथ जी की एक काले पत्थर से बनी मूर्ति स्थापित है। इस मंदिर में भगवान पार्श्वनाथ, भगवान आदिनाथ और भगवान सुमतिनाथ के चित्रों के साथ-साथ नवग्रहों या नौ ग्रहों के चित्र भी हैं। पर्यटक चिक्की बसती नामक एक अन्य जैन मंदिर के अवशेष भी देख सकते हैं।

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