तीन ओर से विशाल पर्वतों से घिरे थोसघर के झरने पर्यटकों के लिए रोमांच और प्राकृतिक खूबसूरती का बेजोड़ नमूना पेश करते हैं। महाराष्ट्र के कोंकण में स्थित सतारा यदि आप जाएं तो थोसघर के झरनों को देखना न भूलें। करीब 1600 फीट की ऊंचाई से गिरते यह झरने भारत के सबसे ऊंचे झरनों में से एक हैं। यहां तक पहुंचने के लिए आपको करीब 15 से 20 मिनट पहाड़ पर चढ़ना पड़ता है। यह झरने छोटी-बड़ी धाराओं के रूप में अलग-अलग ऊंचाईयों से बहते हैं। छोटे झरनों को जहां आसानी से कई जगहों से देखा जा सकता है, वहीं विशाल झरनों के विहंगम दृश्यों का पूरा लुत्फ कुछ दूरी पर जाकर एक खास जगह से ही उठाया जा सकता है। इतनी ऊंचाई से बेहद तेजी से गिरता झरने का दूधिया जल इतना खूबसूरत लगता है कि देखने वाला उसके सम्मोहन में आ जाता है और जिंदगीभर इस विस्मयकारी अनुभव को भुला नहीं सकता। झरने के पानी की तेज बैछारें जब मुंह पर पड़ती हैं, तो वहां चल रही ठंडी हवा के साथ मिलकर आपको एकदम तरोजाता कर देती हैं। इन झरनों के दीदार का सबसे सही समय मानसून का मौसम है, जब यह पूरा इलाका फूलों के कालीन से पट जाता है, जिसकी वजह से यह झरने और भी खूबसूरत लगने लगते हैं। 

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