ताडोबा अंधारी नेशनल पार्क महाराष्ट्र में सबसे बड़े राष्ट्रीय उद्यानों में से एक है। यह पार्क बाघ के शौकीनों के लिए स्वर्ग से कम नहीं है। पार्क घने जंगलों, चिकनी घास के मैदानों और गहरी घाटियों की कुदरती खूबसूरती समेटे भारत के कुछ बाघ अभ्यारण्यों में से एक है। यहां पर्यटक शाही बाघों और उनके कुदरती ठिकानों को आसानी से देख सकते हैं। झूमते सागौन के पेड़ों से भरा यह नेशनल पार्क अपने आप में अनूठा है। इस पार्क की कुदरती सुंदरता का पता लगाने का सबसे अच्छा तरीका एक खुली टॉप जिप्सी में सैर करना है। पार्क में स्लॉथ भालू, तेंदुए, गौर, नीलगाय, पक्षी, धारीदार लकड़बग्घे, सांभर, भौंकने वाले मृग, चीतल और जंगली कुत्ते भी पर्यटकों को लुभाते हैं। राष्ट्रीय उद्यान को तीन वन श्रेणियों में विभाजित किया गया है, जिन्हें ताडोबा उत्तर रेंज, कोलसा दक्षिण रेंज और मोरहुरली रेंज के रूप में जाना जाता है। जंगल भी कई प्रकार के सापों का घर है, जिनमें अजगर और कोबरा को देखकर नया रोमांच महसूस कर सकते है। पार्क हर साल 15 अक्टूबर से 30 जून तक खुला रहता है और मंगलवार को बंद रहता है। नेशनल पार्क के कोलारा और मोहुरली प्रवेश द्वार के पास आवास की सुविधा भी उपलब्ध है। ताडोबा अंधारी नेशनल पार्क नागपुर से 150 किमी की दूर है।