घने वनां से घिरा, सुंदर जलप्रपातों एवं गहरी घाटियों से परिपूर्ण ओडिशा का कोरापुट सुकून प्रदान करने वाला प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर गंतव्य है। ओडिशा राज्य के अनेक आदिवासी यहां पर में निवास करते हैं, जिससे कोटापुर में आदिवासी जनजीवन के रंग एवं समृद्ध लोक संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। इस क्षेत्र का अतिव्यस्त एवं जीवंत आदिवासी बाज़ार कोटापुर के मध्य में स्थित है, जहां पर कोई भी आदिवासियां की जीवंत संस्कृति में सराबोर हो सकता है। प्रसिद्ध जगन्नाथ मंदिर के दर्शन करने श्रद्धालुगण दूर-दराज़ के क्षेत्रों से यहां आते हैं। कोटापुर के प्राकृतिक नज़ारों का अवलोकन करने एवं ऊर्जावान उत्सवों का अनुभव करने से लेकर विभिन्न मंदिरों में श्रद्धांजलि अर्पित करने का यह उपयुक्त गंतव्य है। पूर्वी घाट की पर्वत श्रृंखला में स्थित कोटापुर में पर्यटकों के लिए देखने लायक बहुत कुछ है।

प्राचीनकाल में कोरापुर पर आदिवासियों का शासन हुआ करता था, सूर्यवंशी राजा विक्रम देव ने उनसे शासन की बागडोर छीन ली थी। उसने अपने राज्य की राजधानी जयपोर स्थानांतरित कर दी थी, जो कोरापुर से 23 किलोमीटर दूर स्थित है।