कोल्लम के खूबसूरत बैकवॉटर से घिरा, मुनरो द्वीप केरल की गुप्त मणि है जो पर्यटकों को बेजोड़ सुंदरता से मोह लेता है। शांत अष्टमुदी झील और कल्लाडा नदी से घिरा यह द्वीप कच्चे नारियल की खेती का अद्भुत नजारा पेश करता है। इस द्वीप की शांतचित्तता का लुत्फ उठाने का सबसे अच्छा तरीका बैकवॉटर की संकरी नहरों पर डोंगी पर सवारी करना है।  इस राइड में आप बैकवॉटर के साथ किनारे पर बसे छोटे गांवों से गुजरते हैं। यह राइड आपको ग्रामीणों के दैनिक जीवन की एक झलक प्रदान करती है। अलसुबह और शाम की राइड सबसे अच्छी होती है क्योंकि ये आपको सूर्योदय और सूर्यास्त का अलौकिक नजारा प्रस्तुत करते हैं। इस द्वीप के प्रामाणिक फूड ज्वॉइंट पर नारियल के तेल से बने मोहक पकवान मिलते हैं। यह द्वीप कलाडा नौका दौड़ के लिए भी मशहूर है, जिसे 10 दिन तक चलने वाले ओनम उत्सव के दौरान यहां आयोजित किया जाता है। इस द्वीप का नाम कर्नल जॉन मुनरो के नाम पर रखा गया जो कि पूर्ववर्ती राजकीय राज्य त्रावणकोर के प्रमुख थे। बैकवॉटर क्षेत्रों में नहरे खुदवाने का श्रेय उन्हीं को जाता है। यह द्वीप शहर की बाहरी सीमा सीमा स्थित है। यह एक दिन की यात्रा को खूबसूरत बना देता है।

अन्य आकर्षण