प्राचीन गोमती नदी के किनारे स्थित बैजनाथ, समुद्र तल से 1130 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यह स्थान भगवान शिव के विश्व प्रसिद्ध बैजनाथ मंदिर की वजह से जाना जाता है। 13वीं शताब्दी में निर्मित इस मंदिर में भगवान शिव की आराधना वैद्यनाथ के रूप में की जाती है, जिसका अर्थ है चिकित्सकों के भगवान। इस मंदिर का निर्माण 1204 ई.पू. में हुआ था और तब से लेकर आज तक यह मंदिर एक महत्वपूर्ण आध्यात्मिक केन्द्र के रूप में जाना जाता है। कलात्मक दृष्टि से देखें तो मंदिर की वास्तुकला शुरूआती मध्यकालीन पूर्वी भारतीय मंदिर निर्माण का परिचय देती है, जिन्हें नगाड़ा शैली के मंदिर भी कहा जाता है। मंदिर के बरामदे में दो लंबे शिलालेख देखने को मिलते हैं, जो इस बात की तरफ इशारा करते हैं कि भगवान शिव का यह मंदिर इस स्थल पर बनाये जाने से पहले भी मौजूद था। 

बैजनाथ धाम हिमालय की भव्य धौलाधार पर्वत श्रृंखला पर स्थित है। पैराग्लाइडिंग के शौकीनों के लिए यह जगह बेहद खास है। क्योंकि यह उन्हें रोमांच के चरम तक ले जाती है। यह पूरा इलाका कई अन्य देवी-देवताओं के मंदिरों से घिरा हुआ है। स्थानीय लोगों में इस जगह के प्रति बहुत गहरी आस्था है। बैजनाथ धाम से करीब 3 किमी. आगे प्रसिद्ध ताशी जोंग मोनेस्ट्री है, जो अपनी कलात्मक सुंदरता के लिए बेहद प्रसिद्ध है। 

अन्य आकर्षण