हरी-भरी वादियों के बीच से जब एक बड़ी सी फेरी लोहे की मोटी तार के सहारे धीरे-धीरे ऊपर की ओर बढ़ती है, तो लगता है कि कोई दुस्साहसी पर्वतरोही बिना सांस लिये किसी ऊंचे पर्वत पर एकदम सीधी चढ़ाई चढ़ रहा है। अपने लगभग 1 किमी के सफर में यह रोपवे, आपको गंगटोक के सबसे ऊंचे स्थान पर ले जाता है, जहां से आप शहर और घाटी का शानदार नजारा ले सकते हैं। रोपवे, की यह सात मिनट की यात्रा हालांकि बहुत से लोगों को यात्रा छोटी लगे, लेकिन इसमें भी बहुतेरे लोगों को दिल सा घबरा जाता है। खासतौर से जो सैलानी पहली बार इसे आजमाते हैं, उनकी हैरानी की तो कोई सीमा ही नहीं होती। लेकिन घबराने की कोई बात नहीं है। क्योंकि इस हैरतंगेज सफर में आप अकेले नहीं हैं। रोवपे के सफर के दौरान एक ट्राली में 25 लोग आ सकते हैं। और हां, अगर आप खुशकिस्मत रहे यानी बादलों की मेहरबानी रही तो आप इस रोमांचक सफर के दौरान कंचनजंगा पर्वत का विहंगम दृश्य बड़ी आसानी के साथ देख सकते हैं। वैसे, रोमांच का यह सफर डोरली बाजार में बने मुख्य टर्मिनल से शुरू होता है और बीच में नाम नांग नामक एक मध्यवर्ती टर्मिनल भी पड़ता है। रोपवे का अंतिम पड़ाव सचिवालय (ताशिलिंग) से नीचे पड़ता है।