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किसमा हेरिटेज विलेज (कोहिमा), नागालैंडएक वार्षिक उत्सव जो समस्त नागालैंड में प्रत्येक दिसम्बर में 10 दिनों तक मनाया जाता है, हॉर्नबिल महोत्सव जीवंत संस्कृतियों और रंगीनपरंपराओं का एक सुंदर परिदृष्य प्रस्तुत करता है। कोहिमा के बाहरी इलाके में स्थित किसमा हेरिटेज विलेज में आयोजित होने वाले इसमहोत्सव में राज्य की जनजातियों की सांस्कृतिक विविधता की झलक एक साथ देखने को मिलती है। इस उत्सव में षामिल होने नागालैंडकी 16 जनजातियों के साथ-साथ हज़ारों आगंतुक आते हैं। ये सभी लोग भव्य स्तर पर आयोजित होने वाली जनजातीय गतिविधियों कोदेखने के लिए यहां आते हैं। मंत्रमुग्ध कर देने वाली ये विभिन्न गतिविधियां बड़े पैमाने पर इन जनजातियों के सांस्कृतिक ताने-बाने कावर्णन करती हैं। इस महोत्सव में स्वादिष्ट स्थानीय व्यंजनों और जनजातियों की समृद्ध विरासत के अलावा विभिन्न कबीलों के बीच होने वालेछù युद्ध की झांकी भी देखने को मिलती है। इस हेरिटेज गांव के आसपास स्थित पहाड़ियों में योद्धाओं की ललकार तथा संगीतवाद्यों कीध्वनि गूंजती है। इस महोत्सव में देखने लायक पर्यटकों के लिए बहुत कुछ उपलब्ध है।राज्य में होने वाली सबसे बड़ी सभाओं में से एक, इस महोत्सव में आदिवासी समुदाय के सदस्यों का जनसैलाब दिखता है। ये लोग लालएवं काले रंग के परिधान, सिर पर मुकुट, मालाएं, कौड़ी तथा पारंपरिक लहंगा धारण किए होते हैं। हालांकि दूर से वे सभी एक समानदिखते हैं किंतु पास से देखने पर हर एक आदिवासी समुदाय के पहनावे की विभिन्न विषेषताएं उजागर होती हैं। यद्यपि सेमा नागा गले मेंसूअर के दांतों से बनी माला पहनते हैं जो अमिनीहु कहलाती है और वह बांस टुकड़ों से जुड़ी होती है। वहीं अंगामी कीमती हार पहनते हैं,जो सूबो कहलाता है। ये हार विभिन्न रंगों के षीषों से बने होते हैं, जिनमें ज्यामितीय आकार में हड्डियां व मोती जोड़ गए होते हैं। वास्तवमें, षाॅलों एवं स्कर्ट पर आकार, रूपांकन एवं रंग जो हर आदिवासी समुदाय का भिन्न होता है, ये उनके इतिहास, वीरता एवं परंपराओंकी विभिन्न कथाएं भी बयां करते हैं। ये उनकी उपलब्धियों या वैवाहिक स्थिति के संकेतक भी हो सकते हैं। मोन के कोन्याक समुदाय काआखेट अनुष्ठान, मोकोकचंग के आओ समुदाय की महिलाओं का मनमोहक नृत्य, तुएनसांग के चांग समुदाय की लंबे दाओस (लकड़ी के मूठवाली तलवारें), फेक के चकेषंग नागाओं एवं कोहिमा के अंगामी नागाओं का सूखी लौकी से बोतल के आकार में बना एकल-तार वाला वाद्ययंत्र (ताती) तथा जेलीयांग का कलात्मक नृत्य, इस महोत्सव की सबसे आकर्षक प्रस्तुतियों में से कुछ ख़ास होते हैं।आयोजनयह महोत्सव न केवल कला, इतिहास एवं संस्कृति में समन्वय स्थापित करने वाला आयोजन है अपितु इसमें आदिवासियों के इतिहास सेसंबंधित असाधारण रूप से सुंदर वस्तुएं भी देखने को मिलती हैं। ये प्रस्तुतियां देखने में कला का गतिषील रूप लगती हैं। यद्यपि जो प्राचीन काल में युद्ध के दौरान हुआ करता था, छù-युद्ध के माध्यम से पेष किया जाता है, इसे देखने बहुत से लोग एकत्रित होते हैं। नागाआदिवासी योद्धा की पोषाक पहनकर युद्ध में बजने वाले ढोलों, धधकती बंदूकों, ढाल के साथ तलवारों व भालों के साथ युद्ध करने कानाटक करते हैं। हर एक आदिवासी समूह के हथियारों के आकार-प्रकार एवं पारंपरिक नागा हथियारों पर की गई नक्काषी एक दूसरे सेभिन्न होती है। अधिकांष प्रदर्षन प्रभावी संगीत एवं लयबद्ध रणहुंकार के साथ प्रस्तुत किए जाते हैं।विषेषताएंसांस्कृतिक विरासत के प्रसार एवं आदिवासियों के बीच संपर्क बढ़ाने के उद्देष्य से नागालैंड सरकार द्वारा आयोजित, हाॅर्नबिल महोत्सवप्रदेष की समृद्ध संस्कृति का अनुभव प्राप्त करने का उपयुक्त साधन है। इस महोत्सव की विषेषताओं में नागा मोरंग की प्रदर्षनियां, पुष्प