मोती मगरी के ऊपर स्थित, इस स्मारक से फतेह सागर झील साफ़ दिखाई पड़ती है। स्मारक को मेवाड़ के महाराणा भगवत सिंह ने बहादुर महाराणा प्रताप और उनके वफादार घोड़े चेतक की याद में बनवाया था। स्मारक का मुख्य आकर्षण चेतक पर सवार महाराणा प्रताप की विशाल मूर्ति है। ऐसा कहा जाता है कि चेतक महाराणा का बेहद वफादार घोड़ा था और अपनी अंतिम सांस तक उनके साथ खड़ा रहा था। स्मारक में कुछ महान पेंटिंग भी हैं, जो राजघरानों के शौर्य और महाराणा प्रताप के जीवन से जुड़ी घटनाओं को दर्शाती हैं। स्मारक से पर्यटकों को पहाड़ी की चोटी से उदयपुर शहर के कुछ बेहतरीन दृश्य देखने का मौका मिलता है। यहां पर्यटक शानदार जापानी रॉक गार्डन और शहर के एक पुराने किले के अवशेषों का भी आनंद उठा सकते हैं।

अन्य आकर्षण