शिवगंगा किला परिसर कई स्थलों का मेल है, और आसानी से पूरे दिन में इसका भ्रमण किया जा सकता है। शिवगंगा किला, बृहद्वेश्वर मंदिर (पेरुवुदैयार कोविल) और शिवगंगा पार्क होने के साथ-साथ, यहां 1,000 साल पुराना एक टैंक और एक मनोरंजन पार्क भी है। यहां बच्चों के मनोरंजन के लिए एक छोटी सी लाइब्रेरी भी है। शिवगंगा किला 16 वीं शताब्दी में सासीवर्ण द्वारा बनवाया गया था और उनकी मृत्यु के लंबे समय बाद तक उनकी पत्नी रानी वेलु नचियार यहां रहा करती थी। यह वर्तमान में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) की देखरेख में है। पार्क में मौजूद टैंक को राजराज चोल ने 8 वीं शताब्दी में बृहदेश्वर मंदिर हेतु जल संचयन प्रणाली के रूप में बनाया था। इस टैंक का शहर के सभी टैंकों के साथ भूमिगत कनेक्शन था और इसे पांच एकड़ भूमि में फैला दिया गया था। वहीं टैंक के अलावा, शिवगंगा पुंगई भी यात्रा करने वालों के लिए एक मुख्य आकर्षण के रूप में उभरा है। यह तंजावुर का पहला मनोरंजन पार्क है। पार्क में विभिन्न प्रकार की पानी की सवारी, मोटर-बोटिंग की सुविधा के साथ-साथ हरे-भरे बगीचे और एक टॉय ट्रेन भी है।

अन्य आकर्षण