नेतिधोपानी कैम्प सुंदरवन का एक मनोरम स्थल है। यहां पर्यटक आमतौर पर प्रसिद्ध सुंदरबन घूमने के बाद जाते हैं। नेतिधोपानी को बाघ देखने वाले एक टावर के लिए जाना जाता है। इस टावर पर एक साथ 20 लोग चढ़ सकते हैं। यह एक मीठे पानी के तालाब के पास स्थित है। टावर के निकट 400 साल पुराना एक मंदिर है, जो अब खंडहर में बदल चुका है। फिर भी यह मंदिर अपनी रहस्यमय मनोहरता से पर्यटकों को आकर्षित करता है।

इस टॉवर से जुड़ी एक प्रचलित पौराणिक कथा है। कथा के अनुसार बेहुला नामक एक महिला अपने मृत पति के शव को नाव में ले जा रही थी। नौका लेकर वह नेतिधोपानी तट से गुजरी। बेहुला ने उस तट पर एक महिला को कपड़े धोते देखा, जिसका बच्चा उसे लगातार परेशान कर रहा था। परेशान होकर उस महिला ने लड़के पर कुछ पानी फेंका और वो अचानक निष्प्राण हो गया। कपड़े धोने के बाद उस महिला ने कुछ मंत्रों का जाप करते हुए अपने बच्चे पर पानी छिड़का, और वो सजीव हो उठा। इसे देखकर बेहुला उत्साहित और आशान्वित होकर उस महिला (नेतिधोपानी) के पास गई और उससे अपने पति को पुनर्जीवित

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