ऋषिकेश का प्रतिष्ठित स्थलचिह्न राम झूला 1986 में बनाया गया था, जो गंगा के ऊपर बना झूलता हुआ पुल है। यह प्रतिष्ठित लक्ष्मण झूला से नदी के प्रवाह की दिशा में कुछ ही मील की दूरी पर बना हुआ है। यह पुल 750 फुट लंबा है तथा अभियांत्रिकी का उत्कृष्ट नमूना है। यह नदी के दोनों ओर स्थित आश्रमों को जोड़ने का काम करता है। विशाल पर्वतों एवं घने जंगलों से अपना रास्ता बनाकर आने वाली पावन गंगा नदी का सुंदर दृश्य यहां से दिखाई देता है। 

इसका निर्माण लक्ष्मण झूले के पश्चात् हुआ था तथा इसकी बनावट उसी की भांति है, जो इस्पात से बना है। पुल पर चलते हुए कोई भी आसपास के पहाड़ों के सुरम्य दृश्यों का आनंद ले सकता है तथा चेहरे पर शीतल हवा महसूस कर सकता है। सेतु के नीचे बहती गंगा की लहरों का स्वर सुनाई देता है, जो उस वातावरण के आकर्षण को बढ़ाने का काम करता है।  

इस पुल के दोनों ओर बाज़ार स्थित हैं जिनमें धार्मिक एवं आध्यात्मिक किताबें, अगरबत्तियां, देवी-देवताओं की मूर्तियां तथा अन्य प्रकार की सजावटी सामग्री बिकती हैं। यहां आने पर स्थानीय मिठाई का स्वाद चखना न भूलें।    

अन्य आकर्षण