सुंदर झरने, लुभावनी नदियां, हरे-भरे जंगल, सब्ज़ पहाड़ियां और वनस्पतियों और जीव-जंतुओं की समृद्ध विविधताओं ने मिलकर झारखंड की राजधानी राँची को पर्यटकों के लिए एक लोकप्रिय प्राकृतिक स्थान बना दिया है। दुनिया की सबसे पुरानी भूमि संरचनाओं में से एक टुकड़ा छोटा नागपुर पठार में बसा राँची शहर देश की कई जन-जातियों के निवास के लिए प्रसिद्ध है और अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के साथ आगंतुकों को आकर्षित करता है।

खनिज और प्राकृतिक संसाधनों की टुकड़ी का ख़ज़ाना राँची उभरता हुआ महानगर है, जो छोटा नागपुर पठार के कुछ सबसे मनोरम दृश्यों के लिए प्रवेश द्वार का रूप है। शहर के चारों दिशाओं में फैले भव्य राँची हिल और टैगोर हिल अद्भुत चित्रमाला सी बनाते हैं। राँची हिल में सदियों पुराना शिव मंदिर शहर के सबसे ज़्यादा दर्शनीय स्थलों में से एक है। श्रद्धालुओं को मंदिर में पहुंचने के लिए 500 सीढ़ियां चढ़नी पड़ती है। अगर आप सुर्योदय और सुर्यास्त का बेहतरीन नज़ारा देखना चाहते हैं तो आप टैगोर हिल के शिखर पर चले जाएं और किसी ऊंची जगह से पूरे शहर के नज़ारे का आनंद लें। जो चीज़ें राँची को छुट्टियां बिताने के लिए एक अच्छा विकल्प बनाती हैं, वह शहर के अच्छी तरह से सुसज्जित पार्क हैं। शांत पगडंडियों के रास्ते, रंगीन फव्वारे और समृद्ध जैव विविधता यहां का खास आकर्षण हैं। रॉक गार्डन और नक्षत्र वन जैसे स्थल शहर के चुनिंदा सबसे दिलचस्प स्थानों में से हैं, जहां पर्यटक अपने प्रियजनों के साथ आराम कर सकते हैं। शॉपिंग प्रेमियों को यहां पहुंच कर अधिक प्रसन्नता मिलेगी क्योंकि राँची झारखंड के आदिवासी समुदायों द्वारा बनाए गए अति-सुंदर हस्तशिल्प के लिए जाना जाता है। इसके तुषार रेशम, बांस और डोकरा कला उत्पाद बड़े लेन-देन के लिए बनाए जाते हैं। भले ही राँची एक व्यावसायिक केंद्र है, लेकिन यह आपके अंदर मौजूद पर्यटन-अनुकूल जिज्ञासा को कभी निराश नहीं होने देता।