डोडाबेटा पर्वत की ढलानों पर फैला हुआ सरकारी बॉटनिकल गार्डन 2,500 मी. की ऊंचाई पर स्थित है। यह शांत उद्यान छह भागों में विभाजित हैः लोअर गार्डन, इटालियन गार्डन, न्यू गार्डन, कंजर्वेटरी, फाउंटेन टेरेस और नर्सरी। यहां पर हरे भरे मैदानों में वनस्पति की विशिष्ट और दुर्लभ प्रजातियां तथा अनेक प्रकार की फूलों वाली झाडियां और पौधे हैं। यह उद्यान नीलगिरि की प्राकृतिक पेड़-पौधों की एक सजीव दीर्घा है और यह दिन बिताने के लिए एक आदर्श स्थान है। बगीचे की विशेषताओं में कॉर्क ट्री (भारत में अपनी तरह का एक ही है), मंकी पजल ट्री और 2 करोड़ साल पुराना जीवाश्म पेड़ शामिल है, इसे देखना न भूलें। इटालियन गार्डन में स्वच्छ पानी का एक तालाब है और फर्न हाउस में विभिन्न प्रकार के आर्किड और फर्न हैं। हर वर्ष तमिलनाडु हॉर्टीकल्चर विभाग मई महीने में यहां एक फ्लावर शो का आयोजन करता है। इसमें बगीचे में मौजूद विभिन्न प्रकार की दुर्लभ वनस्पतियों एवं पौधों की प्रजातियों का प्रर्दशन किया जाता है।
इस गवर्नमेंट बोटैनिकल गार्डन की स्थापना वर्ष 1848 में प्रसिद्ध वास्तुकार विलियम ग्राहम मैकिवर ने की थी। इसे ब्रिटिश निवासियों को उचित दाम पर सब्जियों की आपूर्ति के उद्देश्य से स्थापित किया गया था। इस उद्यान की देख-रेख वर्तमान में तमिलनाडु का हॉर्टीकल्चर विभाग करता है।

अन्य आकर्षण