प्राकृतिक सुंदरता में लिपटे दीप्तिमान मंदिर, प्राचीन सुनहरे समुद्री तट एवं पुरानी मस्जिदें, कर्नाटक के बंदरगाह शहर मेंगलूरू की भव्यता को बयां करती हैं। गुरुपुर एवं नेत्रवती नदियों के संगम पर स्थित मेंगलूरू एक सर्वोत्कृष्ट पर्यटन स्थल है। यहां पर आरोग्य केंद्रों, योग आश्रमों, कला एवं सांस्कृतिक केंद्रों से लेकर अनूठे गिरिजाघरों तक देखने लायक बहुत कुछ है। यूनेस्को द्वारा घोषित पश्चिमी घाटों के विश्व विरासत स्थल एवं अरब सागर के मध्य स्थित यह शहर प्राकृतिक परिदृश्यों से परिपूर्ण है, जिसे देखकर पर्यटक हैरान रह जाते हैं। रोचक बात यह है कि यहां देश का एकमात्र 3डी नक्षत्र-भवन भी स्थित है। मेंगलूरू कर्नाटक की राजधानी बेंगलूरू से 350 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। विभिन्न समुदाय के लोग इस शहर को अलग-अलग नाम से पुकारते हैं जैसे मुख्य रूप से बोली जाने वाली तुलू भाषा में इसे कुंडला कहते हैं, जिसका मतलब होता है जंक्शन। कोंकणी में इसे कोडियाल तथा मलयालम में मंगलापुरम कहते हैं। मेंगलूरू कर्नाटक राज्य का एकमात्र ऐसा शहर है जहां पर परिवहन के सभी साधन जैसे वायु मार्ग, रेल मार्ग, सड़क मार्ग एवं समुद्री मार्ग सभी उपलब्ध हैं। अलग-अलग समय में इस शहर पर विभिन्न साम्राज्यों एवं राजवंशों जैसे कदंब, राष्ट्रकूट, चालुक्यों, विजयनगर सम्राटों, पुर्तगालियों एवं अंग्रेज़ों ने शासन किया।