वाहन सफारी

वाहन सफारी, एक साहसिक दौरे की तरह है जो यहां की उच्चतम पहाड़ की चोटियों तक घूमने का अवसर प्रदान करता है और आस पास के सुंदर वातावरण में विचरणे का मौका भी देता है। जीप सफारी से लोगों को यह जानने का भी मौका देता है कि पहाड़ों पर लोग कैसे रहते हैं।

वाहन सफारी

हेली स्कीइंग

एक हेलिकॉप्टर से बर्फ से ढ़ंकी पहाड़ की चोटियों के लिए रवाना हो, और फिर बर्फ के पाउडर से आच्छादित ढलानों पर वहां से स्की करें। जब आप निर्मल नीले आकाश के नीचे स्की से तेजी से सरसराते हुए उतरते हैं, तो पहाड़ी ठंडी हवाओं के झोंके आपके रोमांच को और बढ़ा देते है, और यह अनुभव तो एकदम ही बेमिसाल रहता है।

हेली स्कीइंग

रिवर रॉफ़्टिंग

मनाली से लगभग 40 किमी दूर स्थित कुल्लू शहर, रिवर राफ्टिंग के शौकीनों को अपने यहां आकर्षित करता है, जो ब्यास नदी के तेज तरंगों से जूझना चाहते हैं। इस क्षेत्र में कई अद्भुत राफ्टिंग क्षेत्रों के अन्वेषण की जरूरत है, जो सभी तरह की श्रेणियों के रैपिड्स की पेशकश करते हैं। रॉफ्टिंग का सबसे अच्छा समय जनवरी से जून और सितंबर से दिसंबर महीने तक है।

रिवर रॉफ़्टिंग

वाटर स्पोर्ट्स

वाटर स्पोर्ट्स का आनंद पोंग बांध या महाराणा प्रताप सागर में लिया जा सकता है, जो 42 किमी लंबा और 2 किमी चौड़ा है, और जो एक अंतर्देशीय समुद्र की तरह दिखता है। हिमाचल पर्यटन विभाग और अटल बिहारी वाजपेयी इंस्टीट्यूट ऑफ माउंटेनियरिंग और एलाइड स्पोर्ट्स द्वारा यहां वाटर स्पोर्ट्स की गतिविधियां आयोजित की जाती हैं।

वाटर स्पोर्ट्स

स्कीइंग

सर्दियों में, अति सुंदर सोलांग घाटी में स्कीइंग का आनंद लिया जा सकता है, जो मनाली से लगभग 12 किमी की दूरी पर स्थित है। इसे सोलांग नाला भी कहा जाता है और यह साल में एक स्की उत्सव का आयोजन करता है जो हजारों पर्यटकों को यहां आकर्षित करता है। हर किसी को, स्कीइंग करने से पहले एक विशेषज्ञ द्वारा मार्गदर्शन किया जाता है और फिर स्कीइंग के पहले सत्र में सहायता दी जाती है। आप रोहतांग, गुलाबा, धुंडी और मरही में भी स्की कर सकते हैं।

स्कीइंग

पैराग्लाइडिंग

गर्मी के महीनों में, मनाली के ढलानों और चोटियों के चारों ओर बड़ी संख्या में पैराग्लाइडर्स देखे जा सकते हैं, क्यों कि मनाली पैराग्लाइडिंग का प्रमुख्य केंद्र है। नौसिखुये से लेकर पेशेवर पैराग्लाइडर्स तक के लिये, यहां अनेक विकल्प मौजूद हैं।

पैराग्लाइडिंग

हाइक और ट्रेक करना

जब कि मुख्य मनाली शहर में अनेक अच्छे पैदल यात्रा के मार्ग है, पर आसपास की ढलानें और चोटियां एक दिन के लंबे पैदल यात्रा या हाइक के लिए अत्यंत उत्तम है। इसमें आसान और मध्यम से लेकर कठिन हाइक तक आप कर सकते हैं और आप इसके द्वारा सोलंग वैली, लामा डग, जोगनी जलप्रपात और गुलाम लांग जैसी जगहों तक भी जा सकते हैं। तो आप अपनी हाइकिंग के जूते पहनें और मनाली के सुंदर परिदृश्य में शांत स्थानों का अन्वेषण करने के लिये कूच करें। हाइकिंग आपको कैंप में रात बिताने का भी अवसर देती है।

हाइक और ट्रेक करना

पर्वतारोहण और पाषाण अवरोहण

मनाली और इसके आसपास के कई स्थानों पर पर्वतारोहण और रॉक क्लाइम्बिंग का आनंद लिया जा सकता है। यहां स्थित अटल बिहारी वाजपेयी इंस्टीट्यूट ऑफ माउंटेनियरिंग एंड एलाइड स्पोर्ट्स इन दोनो क्षेत्रों में विभिन्न स्तरों के प्रशिक्षण के पाठ्यक्रम का आयोजन करता है।

पर्वतारोहण और पाषाण अवरोहण

रोहतांग दर्रा

मनाली से लगभग 51 किमी की दूरी पर, और 3,978 मीटर की ऊंचाई पर अद्भुत रोहतांग दर्रा है, जो लाहौल-स्पीति, पंगी घाटी और लद्दाख क्षेत्र का मुख्य प्रवेश द्वार है। हिमाचल प्रदेश राज्य के सबसे सुंदर स्थानों में से एक, यह दर्रा वर्ष के अधिकांश समय बर्फ से ढका रहता है, और यह केवल जून से अक्टूबर महीने तक आवागमन के योग्य रहता है। चिनाब और ब्यास नदियों के घाटियों के बीच के जलक्षेत्र पर स्थित यह दर्रा, एक सुरम्य ड्राइव के लिए अत्यंत अनुकूल है। ऐसा कहा जाता है कि एक समय यह दर्रा पीर पंजाल पर्वतीय शृंखला के दोनों ओर रहने वाले लोगों के लिए, एक प्राचीन व्यापार मार्ग के रूप में किया जाता था।गर्मियों के दौरान यात्रियों को, बर्फ से ढंकी आसपास के ढलानों पर स्लेज राइड का आनंद लेते देखा जा सकता है। लेकिन इस दर्रे तक पहुंचने के लिए विशेष परमिट की आवश्यकता होती है, जो केवल एक दिन के लिए ही वैध रहता है, और इसे पर्यटन विकास परिषद से प्राप्त किया जा सकता है। रोमांचक गतिविधियों के इच्छुक लोग रोहतांग की यात्रा मई के महीने में करते हैं, जब वे स्नो स्कूटर राइड, स्कीइंग और माउंटेन बाइकिंग जैसी रोमांचक गतिविधियों में भाग ले सकते हैं।

रोहतांग दर्रा