हजरतगंज लखनऊ केए नरही क्षेत्र में स्थित राज्य संग्रहालयए उत्तर प्रदेश का सबसे पुराना और सबसे बड़ा बहुउद्देशीय संग्रहालय है। इसे वर्ष 1863 में स्थापित किया गया था। इसमें तीसरी शताब्दी ईण् तक की कलाकृतियों का प्रदर्शन किया गया है। यहां प्रदर्शित मथुरा की मूर्तियों में नृत्यरत लड़कियां और भगवान बुद्ध के जीवन के दृश्य हैं। यहां सैकड़ों प्राचीन वस्तुएं प्रदर्शित की गयी हैंए जिनमें नृविज्ञानए मुद्राशास्त्र और पुरातत्व की वस्तुएं शामिल हैं। यहां प्रचुर मात्रा में पेंटिंग और पांडुलिपियां भी हैं। यह कलाकृतियों और यादगार वस्तुओं का एक बड़ा संग्रह है।प्राकृतिक इतिहास और पाषाण युग की कलाकृतियां को देखकर आप इस युग में वापस यात्रा कर सकते हैं और लंबे समय तक गुमशुदा रही इस दुनिया की झलक पा सकते हैं। चार मंजिला इस संग्रहालय की दीर्घाओं में जैन धर्मए मिस्रए धातु कलाए भारतीय मूर्तियोंए बौद्ध धर्मए सिक्कों और नवाबों से संबंधित कलाकृतियों का प्रदर्शन है। स्कूल और कॉलेज के छात्रों कोए नियमित ज्ञान देने और शहर के युवाओं को मानव इतिहास के महत्व को सिखाने के लिए यहां फिल्म स्क्रीनिंग और शैक्षिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। संग्रहालय का निर्देशित भ्रमण एक घंटे के स्लॉट में दिन भर चलता रहता है। इस संग्रहालय में प्रवेश एक चिड़ियाघर से होता है। इसमें प्रवेश करने के लिए न्यूनतम शुल्क लिया जाता है। रविवार को यह बंद रहता है इसलिए अपनी यात्रा की योजना इसको ध्यान में रखकर बनाएं।

अन्य आकर्षण