जब आप इस संग्रहालय का भ्रमण करेंगे तभी यह बात समझ पाएंगे कि किस तरह से त्याग कर फेंकी जा चुकी चीजों को कलात्मक कलाकृतियों में बदला जा सकता है। अपने नाम के मुताबिक इस संग्रहालय में पानी में बह कर आए लकड़ी के टुकड़ां से बनी बेहद खूबसूरत कलाकृतियों का अनोखा संग्रह देखने को मिलता है और यह संग्रहालय पूरे देश में अपनी किस्म का इकलौता ऐसा संग्रहालय है। इन कलाकृतियों को आधुनिक कला के तौर पर पहचाना जाता है। खासतौर से विभिन्न प्रकार की जड़ों से बने अलग.अलग आकार और डिजाइन की कलाकृतियां यहां का प्रमुख आकर्षण हैं। ऐसा कहा जाता है कि यहां प्रदर्शित सभी चीजें बंगाल की खाड़ी में स्थित अंडमान और निकोबार के द्वीपों से एकत्र की गई हैं। समुद्र की लहरें अपने साथ पुराने पेड़ए जड़ें आदि बहा कर ले आती हैं। खासतौर से जब तूफान आता है तो ऐसी बहुत सारी चीजें समुद्र से आकर तट पर इक्ट्ठा हो जाती हैं। और जब पानी वापस चला जाता है तो ये चीजें तट पर ही जमी रहती हैं। तब इन्हें जमा करके विभिन्न प्रकार के जानवरोंए पक्षियोंए उभयचरोंए सरीसृपोंए मछलियों आदि की आकृति दे दी जाती है। इस संग्रहालय में इन्हें बनाने की प्रक्रिया का प्रदर्शन भी किया गया है। इस संग्रहालय में प्रदर्शित लगभग प्रत्येक कलाकृति का संक्षिप्त इतिहास उसके नीचे लगी एक तख्ती पर दिया हुआ है।

अन्य आकर्षण