आउट्राम घाट, कलकत्ता में नदी के किनारे बसे सबसे अच्छे मनोरंजन स्थलों में से एक है। चाहे जन्म संबंधित समारोह या और कोई अनुष्ठान हो या त्यौहारों के दौरान मूर्ति विसर्जन का वक्त हो, सब कुछ बाबूघाट के दक्षिण में स्थित आउट्राम घाट पर ही होता है। ये अनोखा घाट हावड़ा ब्रिज के करीब है, जहां आप सुबह और शाम सैर का आनंद ले सकते हैं। गड़गड़ाहट से बहती हुई हुगली की लहरें किनारों से टकराती हैं, पर्यटक घाट के किनारे-किनारे घूम सकते हैं और सूर्योदय एवं सूर्यास्त के वक्त आसमान को बदलता देखकर आनंदित हो सकते हैं।
ब्रिटिश काल में लोग यहां सुबह-शाम सैर करने आते थे और यह घाट प्रकृति का आनंद लेने के लिए एक आदर्श स्थान हुआ करती थी। ये कई विदेशी कार्गो जहाजों के लंगर के लिए प्रमुख बंदरगाह भी था। इस घाट का नाम ब्रिटिश सेना के एक वीर जनरल सर जेम्स आउट्राम के नाम पर रखा गया था।

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