कुमारटोली, कलकत्ता के पास ही स्थित है, जो चिकनी मिट्टी से बनी दुर्गा पूजा महोत्सव की अपनी मूर्तियों के लिए ही प्रसिद्ध है। हुगली नदी के किनारे स्थित इस शहर में हिन्दू देवी-देवताओं की सुंदर मूर्तियां बनाने वाले 30 महिला और कई प्रतिभावान पुरूष कारीगर रहते हैं। इन मूर्तियों में शेर पर सवार माॅँ दुर्गा को महिषासुर नामक दैत्य का वध करते हुए दिखाया जाता है।
इस मूर्तियों को बरोवरी पूजा के लिए शहर और इसके आस-पास के इलाकों में बेचा जाता है और साथ ही इनका निर्यात भी किया जाता है। दुर्गा पूजा महोत्सव के कुछ हफ्तों पहले से ही वहां के सारे कारीगर देवी दुर्गा की मूर्ति बनाने में जुट जाते हैं। कुमारटोली में होने वाली दुर्गा पूजा बेहद लोकप्रिय है क्योंकि यह सबसे पुराने दुर्गा पूजा समितियों में एक है।
मिट्टी की मूर्तियां बनाना एक जटिल प्रक्रिया है। इनका निर्माण उन कार्यशालाओं में होता है, जिनमें काम करने के लिए पर्याप्त जगह, साज-सामग्री और मूर्तियों को रखने के लिए भंडारण स्थल और खाना पकाने, खाने और सोने के लिए जगह होती है।

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