हिन्द महासागर, बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से घिरा भारतीय उपमहाद्वीप के शीर्ष पर 'वी' आकार निर्मित करते हुए कन्याकुमारी एक स्वप्निल पर्यटन स्थल है। तमिलनाडु के दक्षिणी अंचल में स्थित कन्याकुमारी इस अर्थ में अद्वितीय है कि यहाँ सूर्यास्त तथा चन्द्रोदय जैसी आकाशीय घटना एक साथ देखी जा सकती हैं। जैसे ही प्रज्वलित सूर्य का गोला सागर में डूबता है, लाल और नारंगी रंगों की असंख्य कलाएँ दिखाई देती हैं, उसी समय दूसरी ओर चाँदी जैसे चन्द्रमा का उदय होता है। यह अलौकिक दृश्य पूर्णिमा की रात को स्पष्ट दिखाई देता है और जब अप्रैल-मई माह में चन्द्रमा और सूर्य एक-दूसरे के आमने-सामने एक ही क्षितिज पर होते हैं तो यह और अधिक बड़ा तथा विशिष्ट दिखाई देता है। प्राकृतिक आश्चर्य तथा ऐतिहासिक स्मारकों से परिपूर्ण कन्याकुमारी शहर अपने सौन्दर्य तथा एकाकीपन से लोगों को मन्त्रमुग्ध कर लेता है। कन्याकुमारी के मौलिक और सुन्दर तटों को देखने के लिए भारी संख्या में पर्यटक यहाँ पहुँचते हैं। आप यहाँ स्वादिष्ट समुद्री भोजन और दक्षिणी भारतीय व्यंजनों जैसे डोसा, इडली, वडा और उत्तपम जैसे समान रूप से मधुर व्यंजनों का आनन्द उठा सकते हैं। 

कला, संस्कृति और धर्म के लिए लोकप्रिय इस शहर के अनेक नाम हैं जैसे केप कुमारिन, कुमारी मुनाई तथा कुमारी। चेन्नई राज्य की राजधानी से 705 किमी दूर स्थित कन्याकुमारी पर चोलों, नायकों तथा पाण्ड्य शासकों और चेर शासकों का इतिहास के विभिन्न कालों में शासन रहा।