मध्यप्रदेश राज्य के हृदय-स्थल में स्थित जबलपुर शहर पर्यटकों को अपने ढेरों प्राकृतिक आश्चर्य, पौराणिक आख्यान और ऐतिहासिक धरोहरों से आकर्षित करता है। यहां का सबसे लोकप्रिय आकर्षण दूधिया संगमरमर की चट्टाने यानी मार्बल-रॉक्स हैं। इस जगह पर संगमरमर के विशाल पहाड़ों के बीच से होकर नर्मदा नदी बल खाती हुई बहती है। ये पहाड़ कहीं-कहीं 100 फुट ऊंचे हो जाते हैं और इन के बीच में से करीब आठ किलोमीटर तक बहती नर्मदा को देखना एक अद्भुत और अनोखा अनुभव होता है।

जबलपुर ही वह जगह है जहां से मध्यप्रदेश में स्थित कान्हा टाईगर रिजर्व, बांधवगढ़ और पेंच जैसे घने राष्ट्रीय पार्कों के लिए जाया जा सकता है। इनके अलावा यहां आसपास और भी कई देखने लायक छोटे पार्क हैं। इनमें वीरांगना, पनपथा, नौरादेही आदि प्रमुख हैं जिन्हें देखना रोमांचकारी अनुभव देता है। जबलपुर अपने भीतर एक साथ आधुनिकता और प्राचीनता का अद्भुत संगम लिए हुए है। यहां के वनों में आप चित्तीदार हिरण, अनेक किस्म के पक्षी, जंगली सुअर, भौंकने वाला हिरण, जंगली कुत्ते, चीतल आदि देख सकते हैं। यहां का एक अन्य मनोहारी आकर्षण घुघुआ राष्ट्रीय पार्क है जहां बहुत सारे पेड़-पौधों, बीजों, फलों आदि के जीवाश्म पाए जाते हैं।

ऐतिहासिक तौर पर इस क्षेत्र को ‘महाकौशल’ कहा गया है और माना जाता है कि जबालि ऋषि की इस क्षेत्र पर विशेष कृपा रही है। गोंड राजा इस क्षेत्र की असीम सुंदरता पर इस कदर मोहित हो गए थे कि उन्होंने इसे अपने आराम और मनोरंजन की पसंदीदा जगह बनाने का निर्णय लिया था। इस बात पर अविश्वास करने का कोई कारण भी नहीं है क्योंकि यहां शानदार विंध्य पर्वतों और घने जंगलों की अद्भुत कुदरती पृष्ठभूमि मौजूद है। पुरातत्वविदों, भूवैज्ञानिकों और प्राणी विज्ञानियों के बीच यह जगह बराबर लोकप्रिय है क्योंकि यहां उनके मतलब के ढेरों कुदरती खजाने मौजूद हैं।