कंचनजंगा संग्रहालय को शुरूआत में एक बेहद प्रतिष्ठित युद्ध स्कूल के रूप में विकसित किया गया था। वर्ष 1997 में यहां भारतीय सेना का पहला शिखर सम्मेलन आयोजित किया गया। इस संग्रहालय में आधुनिक युद्ध के अस्त्रों.शस्त्रों और भारतीय सेना द्वारा प्रयोग किए जाने वाले पर्वतारोहण के उपकरणों और साजो सामानों का उत्कृष्ट प्रदर्शन किया गया है। एवरेस्ट के लिए पहले सफल अभियान जैसे अन्य अभियानों को यहां उचित स्थान दिया गया है। संग्रहालय इंडियन आर्मी के प्रति सम्मान का प्रतीक है और यह बताता है कि राष्ट्र की सीमाओं की रक्षा करने वाले सैनिक अपना जीवन कैसे बिताते हैं। यहां रखे गए कुछ उपकरणों में रस्सी और कुश्ती से संबंधित उपकरण शामिल हैं। प्रर्दशनी के नीचे लिखी पट्टिकाओं में इनके उपयोग और कार्यों के बारे में जानकारी दी गई है।

अन्य आकर्षण