सिक्किम के उत्तरी भाग में गंगटोक से करीब 27 किमी दूर कबी से पोडोंग जाने वाले रास्ते पर स्थित है फेंसंग मोनेस्ट्री (मठ)। एक ऊंचे पहाड़ पर बने इस बौद्ध मठ का पूरा नाम फेंसंग संगग चोलिंग मोनेस्ट्री है, जो सिक्किम की सबसे बड़ी मोन्स्ट्रीज में से एक है। मौजूदा समय में यहां करीब 300 न्यिन्गमापा बौद्ध माला रहते हैं। सन 1721 में उŸारी क्षेत्र की ओर जाते हुए तीसरे लत्सन जिग्मड पवो, ने इस मठा की स्थापना की थी और फिर 1840 में इसे दोबारा बनवाया। यहां तिब्बती कैलेंडर के अनुसार हर साल 10वें माह (दिसंबर) के 28वें तथा 29वें दिन एक वार्षिक पर्व का आयोजन किया जाता है। सिक्किमी नव वर्ष से दो दिन पहले मनाये जाने वाले इस पर्व में बौद्ध भिक्षु पवित्र नृत्य प्रस्तुत करते हैं। अक्तूबर से दिसंबर से बीच का समय यह पूरा इलाका त्यौंहारों के रंग में रंगा दिखाई देता है। इसलिए सैलानियों के आने का यह सबसे बढ़िया समय माना जाता है। यदि ठंडे मौसम में आप यहां आने से कतरा रहे हैं, तो आप मार्च से मई माह के बीच यहां घूमने आ सकते हैं। अपेक्षाकृत इन दिनों यहां ठंड कम होती है। सिक्किम के अन्य मठों की तरह यह इलाका भी प्राकृतिक सौंदर्य से समृद्ध है तथा ध्यान लगाने के लिए बेहद शांत और सुकून वाली जगह मानी जाती है। 

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