पहाड़ों पर फैले घने जंगलों में स्थित इस बौद्ध मठ को रंका भी कहते हैं। गंगटोक से 12 किमी दूर स्थित यह मोनेस्ट्री तिब्बती वास्तु-कला की वजह से एक पूजनीय स्थान है और पर्यटकों को बहुत ज्यादा आकर्षित करती है। बेहद खूबसूरत मूर्तियों, भिŸाचित्रों से सुसज्जित यह भवन अनेकों बालीवुड फिल्मों में भी फिल्माया जा चुका है। यह मठ तिब्बती बुद्धिज्म के जरमंग कग्यु सम्प्रदाय का अनुसरण करती है। यहां आने वाले पर्यटकों को इस इमारत की ऊंची-ऊंची छतरियां, भव्य संरचना, पगोड़ा छतों की विशिष्ट शैली, खूबसूरत नक्काशी से सजे स्तूप तथा विशाल प्रांगण बेहद आकर्षित करते हैं। यहां इस प्रांगण में युवा बौद्ध भिक्षुओं को कई तरह के प्रशिक्षण भी दिये जाते हैं तथा मठ के दूसरे तल से वरिष्ठ बौद्ध भिक्षु मठ में चल रहे सभी क्रिया-कलापों पर अपनी नजर बनाए रखते हैं। यहां के प्रार्थना कक्ष में पांच मीटर ऊंचा भगवान बुद्ध की एक विशाल प्रतिमा भी स्थापित है, जिनके समक्ष बैठकर बौद्ध भिक्षु अपनी प्रार्थना पुस्तकें पढ़ते हैं। यहां प्रार्थना हाल की दीवारों पर हाथ से बनी पेंटिंग्स लगी हैं, जिनके नीचे पवित्र थंकाओं को लटकाया गया है। यहीं पर एक पहाड़ी के पीछे बौद्ध भिक्षुओं की साधना के लिए एक ध्यान कक्ष का भी निर्माण किया गया है। सैलानी यहां घूमते हुए बौद्ध भिक्षुओं से बातचीत कर सकते हैं और उनके साथ फोटो भी खिंचवा सकते हैं। यहां एक जल-पान गृह भी है, जहां पर्यटक चाय-काफी के साथ उŸार भारतीय, तिब्बती और चीनी स्नैक्स तथा व्यंजनों का भी लुत्फ उठा सकते हैं। 

अन्य आकर्षण