16 वीं सदी में बनाया गया भव्य रंगीन महल, हिंदू और इस्लामी कला और वास्तुकला तकनीकों का एक अनूठा संलयन है। इसकी दीवारें महीन रंगीन पत्थरों और महीन सिल्मिट की सुंदर कला से सजी हैं। इस महल की सबसे आकर्षक विशेषताओं में से एक नक्काशीदार लकड़ी के स्तंभों के साथ एक आयताकार छह-तरफ़ा बड़ा कमरा है, जो विस्तृत सज्जाकारी के साथ-साथ नक्काशीदार काम से सजाया गया है। इसी तरह, आंतरिक कक्षों तक जा रहे लकड़ी के खाँचे भी सुंदर पत्थरों के काम द्वारा अलंकृत हैं। प्रवेश द्वार पर कुरान की आयतें खुदी हुई हैं। यह मामूली आकार का महल बीदर के कई छुपे हुए आकर्षणों में से एक है, और इसे ‘रंगीन’ नाम सही ही दिया गया है। बीदर किला परिसर की सीमाओं के अन्दर यह सबसे अच्छी तरह संरक्षित संरचना है। इसके अतिरिक्त लकड़ी और पत्थर की नक्काशी के कई अद्वितीय उदाहरण और भी हैं, जो इस क्षेत्र के विशिष्ट सौंदर्य की शानदार मिसालें हैं। हालांकि इसका सबसे खूबसूरत तत्व कई दीवारों पर की गई वह रूपसज्जा है जिसमें एक अद्भुत काले पत्थर में बेहतरीन गुणवत्ता की सीपियाँ जड़ी गई हैं। प्रसिद्ध गुम्बज दरवाजा से कोई भी आसानी से रंगीन महल तक पहुंच सकता है। 

अन्य आकर्षण