खरीदारी

यहाँ मिलने वाले अति सुंदर बीदरवेयर को किसी भी सूरत में ख़रीदने से नहीं छोड़ा जाना चाहिए। मुख्य वस्तुएँ जो आप यहां खरीद सकते हैं उनमें गुलदान, कटोरे, मोमबत्ती के खाँचे, आभूषण बक्से, शराब की सुराहियाँ और हुक्के शामिल हैं। बीदरवेयर बीदर का गौरव है और एक बहुप्रशंसित स्वदेशी हस्तकला परंपरा है। इसके अंतर्गत शुद्ध चांदी या पतली चादर के साथ जड़ कर जस्ता और तांबे पर शिल्पकारी किया जाता है, यह एक सुकोमल व कठिन कला है। इसके विनिर्माण के लिए उपयोग किया जाने वाला मुख्य घटक मिट्टी है, जिसे मुख्य रूप से बीदर किले के खंडहरों से प्राप्त किया जाता है और इसे धूप और बारिश से सुरक्षित रखा जाता है। माना जाता है कि इस मिट्टी के रसायन उत्पादों को चमकदार काला रंग देते हैं। 

खरीदारी

होनिकेरी रिजर्व में सफारी

विलासपुर झील के निकट ही स्थित होनिकेनरी रिजर्व एक समृद्ध पारिस्थितिकी वाला स्थान है जहाँ कई देशी प्रजातियों का बसेरा है। सिर्फ तीन घंटे की मोटर दूरी पर स्थित होने के कारण, यह हैदराबाद के निकट सर्वाधिक रोमांचक सप्ताहांत स्थल है। यात्री यहाँ इत्मीनान से सफारी करते हुए सर्पिल सींग वाले काले हिरणों को देख सकते हैं या पक्षी अवलोकन का आनंद ले सकते हैं। आप चाहें तो पैदल निकल कर उन्हें सरपट कुलाँचे भरते हुए भी देख सकते हैं। यहाँ मोरों को नृत्य करते हुए भी देखा जा सकता है और यदि आप विशेष भाग्यशाली हैं तो वे आपके समक्ष अपने अद्भुत पंखों को प्रकट कर के आपको विस्मय में भी डाल सकते हैं।  

होनिकेरी रिजर्व में सफारी

चौबारा मीनार

बीदर शहर के केंद्र में स्थित, यह पुरानी बेलनाकार मीनार 22 मीटर ऊँची है। यह पूरे पठार का अद्भुत नज़ारा पेश करती है और कभी प्रहरीदुर्ग के रूप में इस्तेमाल की जाती थी। आज, यह एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक स्मारक और घंटाघर है। चौबारा शब्द का अर्थ चार दिशाओं में उन्मुख एक इमारत होता है। यह माना जाता है कि इस मीनार को इस्लाम-पूर्व काल में बनाया गया था और यह आंशिक रूप से इस्लामी वास्तुकला का अनुसरण करती है। मीनार में एक गोलाकार आधार है, जो परिधि में 180 फीट और 16 फीट ऊंचा है। इसके निचले हिस्सों के साथ छोटे धनुषाकार बाड़े बनाए गए हैं और मीनार के ऊपर एक बड़ी घड़ी स्थित है। 80 चरणों की घुमावदार सीढ़ियों द्वारा मीनार के शीर्ष पर पहुँचा जाता है। चार आयताकार झरोखों के माध्यम से इस मीनार को पर्याप्त प्रकाश और हवा प्राप्त होती है। 

चौबारा मीनार

बाँस की नाव की सवारी

विलासपुर की शांत झील में ‘कोरेकल’ अर्थात बाँस की नाव की सवारी आपकी पर्यटन यात्रा को परंपरा से सराबोर करने के साथ ही इसके रोमांच को भी बढ़ाएगी। ‘कोरेकल’ बाँस से बनी एक कटोरे के आकार की नाव होती है जो किरमिच से ढकी और रस्सी से बंधी होती है, और जल परिवहन के सबसे प्राचीन तरीकों में से एक है।  

बाँस की नाव की सवारी

पर्वतारोहण

बीदर में खेलप्रेमी लोगों के लिए पर्वतारोहण के कई अवसर उपलब्ध हैं। यहाँ के सुंदर बीदर किले तक पहुंचने के लिए चढ़ाई करना अपने आप में एक अद्भुत अनुभव है। यह किला 2,200 फीट की ऊंचाई पर दक्कन के पठार पर स्थित है और यहां से सुंदर मंजीरा नदी घाटी दिखाई देती है। पर्यटक यहां से शानदार नजारे देख सकते हैं।  

पर्वतारोहण

देव देव वन

200 से अधिक औषधीय पौधों से आबद्ध यह उद्यान हैदराबाद राजमार्ग पर स्थित है। 3 वर्ग किलोमीटर के अनुमानित क्षेत्र में फैला यह स्थान शाहपुर वन रिज़र्व का एक हिस्सा है और इसे पर्यावरण-पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया गया है। यह स्थान एक शानदार पिकनिक स्थल है, जहाँ आगंतुक शांत वातावरण में आराम कर सकते हैं। बच्चों के लिए कई झूले इत्यादि भी उपलब्ध हैं जहाँ वे खुलकर खेल सकते हैं।  

देव देव वन