हिंदू और मुगल वास्तुकला के अनूठे संयोजन का प्रतीक गोहर महल भोपाल की शासिका कुदिसिया बेगम द्वारा बनाया गया था, जिन्हें गोहर बेगम के नाम से भी जाना जाता था। इसका निर्माण वर्ष 1821 में किया गया था, और इसके निकट सुंदर झील की ओर सम्मुख एक हवादार हॉल स्थित है। इस में पथिक मार्ग, पक्के प्रांगण और कलात्मकता से सुसज्जित आंतरिक भाग स्थित हैं जो भोपाल शहर की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के प्रतिमान हैं। भोपाल की खूबसूरत ऊपरी झील के किनारे पर 4.65 एकड़ में विस्तृत यह महल वर्तमान समय में इस शहर की सबसे प्रसिद्ध संरचनाओं में से एक है, जो वर्ष भर पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है। चारों ओर हरियाली से घिरा यह महल उन भव्य स्थलों में से एक है जो यहाँ आने वाले पर्यटकों को भोपाल के शाही अतीत की झलक देते हैं।

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