शहर की व्यस्त सड़कों पर थोड़ी दूर आप जाएंगे तो शहर के एकदम बीच में स्थित यह सुंदर जलाशय मिलेगा। उल्सूर झील अपने दर्शनीय/मनोरम वातावरण, नौका विहार, शांत जल और कई छोटे द्वीपों से पर्यटकों को आकर्षित करता है। बोट क्लब से एक क्रूज किराए पर लेकर आप इस प्राचीन झील की जलराशि में घूमते और असंख्य द्वीपों को देखते हुए, इसकी सादगी और शांत वातावरण में रम जाएं। शहर के उत्तरपूर्वी तट पर स्थित, उल्सूर झील को दूसरी शताब्दी में विजयनगर साम्राज्य के एक शासक केम्पे गौड़ा द्वितीय द्वारा बनाया गया था। अगस्त और सितंबर के महीनों में मनाए जाने वाले गणेश महोत्सव के दौरान झील में बहुत भीड़ होती है। आप झील के पास स्थित मनोरंजक परिसर का भी भ्रमण कर सकते हैं या अच्छे रख-रखाव वाले स्विमिंग पूल में तैराकी का मजा़ ले सकते हैं। आसपास के अन्य आकर्षणों में शहर का सबसे बड़ा माना जाने वाला गुरुद्वारा और भगवान सुब्बाराय का मंदिर है।

अन्य आकर्षण