बेलूर कर्नाटक का एक लोकप्रिय मंदिरों का शहर है, जो होयसल साम्राज्य के राजघराने के गौरव की याद दिलाता है। होयसलों को मंदिर निर्माण का संरक्षक माना जाता था और उनके शासन में बनाए गए मंदिरों को उनके सूक्ष्म और बारीक नक्काशी और धातु जैसी पॉलिश से सजी मूर्तियों के लिए जाना जाता है। बेलूर का मुख्य आकर्षण भगवान चेन्नेकेश्वर भगवान विष्णु के एक अवतार को समर्पित लोकप्रिय चेन्नाकेशव मंदिर है। यह एक तारे के आकार की वेदिका पर स्थित है और इसमें भगवान चेन्नकेशव की पत्नी सौम्यनायकी और रंगनायकी के दो छोटे मंदिर हैं। मंदिर के अग्रभाग को बारीक नक्काशीदार मूर्तियां और विभिन्न आकार, नाप और डिज़ाइन के 48 स्तंभों से सजाया गया है। पर्यटक रामायण और महाभारत जैसे महाकाव्यों के दृश्यों को दर्शाती हुई बारीक नक्काशी भी यहां देख सकते हैं। इस मंदिर का एक अन्य आकर्षण मुख्य प्रवेश द्वार के दाईं ओर एक सीढि़यों वाला कुआं या पुषकरणी है। चेन्नेकेशवा मंदिर शानदार होयसल वास्तुकला का शानदार नमूना है। चोल वंश पर अपनी जीत के प्रतीक के रूप में होयसल राजा विष्णुवर्धन ने इस मंदिर का निर्माण करवाया था।

अन्य आकर्षण