यह एशिया की सबसे पुरानी और सबसे बड़ी आरा मिलों में से एक है। इसे स्थानीय निर्माण कार्यों के लिए लकड़ी की चिराई हेतु वर्ष 1883 में स्थापित किया गया था। यह मिल बहुत सारे ऐतिहासिक घटनाओं की गवाह रही है। एक बार जापानियों ने इस क्षेत्र पर आधिपत्य जमाने के लिए इसे बम से क्षतिग्रस्त कर दिया था। अब राज्य सरकार द्वारा इस मिल का प्रबंधन किया जाता है। पास ही में मिल होने के कारण, कोई भी, इस क्षेत्र में ढेर सारे लकड़ी के लठ्ठों को देख सकता है। इस मिल में एक संग्रहालय भी है, जो कुशल कारीगरों द्वारा बनाई गई लकड़ी के शिल्प को प्रदर्शित करता है। संग्रहालय के अंदर कुछ वनस्पतियों और जीवों की प्रदर्शनी भी है। यहां पर जाते समय पर्यटक विभिन्न निर्माण प्रक्रियाओं को देख सकते हैं, जिनमें लकड़ी के भारी लठ्ठों को छोटे और बारीक टुकड़ों में बदला जाता है। वांडूर में रबर प्लांटेशन चूंकि रबर इन द्वीपों की सबसे महत्वपूर्ण खेती में से एक है, यहां ऐसे कई स्पॉट हैं, जहां आप इसकी विनिर्माण प्रक्रिया को देख सकते हैं। वांडूर में लगभग 931 हेक्टेयर क्षेत्रफल में फैला रबर प्लांटेशन अंडमान के सबसे सुंदर है और बड़े स्थानों में से एक है। दक्षिणी अंडमान क्षेत्र में इसके लगभग दस हजार पेड़ हैं। यहां प्रवेश करते ही आपको हजारों हरे रबर की चादरें और प्रत्येक पेड़ पर लगे जार दिख जाएंगे। इस जगह की यात्रा से आप कच्चे रबर को रबर शीट में बदलने की प्रक्रिया की जानकारी प्राप्त करते हैं। टैपिंग ​​नामक प्रक्रिया से पेड़ों से रबर का संग्रह किया जाता है और फिर रबड़ को मैनुअल रोलर्स के माध्यम से रबर की चादरों में बदल दिया जाता है। यह पूरी प्रक्रिया वास्तव में बहुत ही आकर्षक है।Ishita  • 2 mins

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