भारत का एकमात्र सक्रिय ज्वालामुखी बैरेन द्वीप में स्थित हैए जो दक्षिण में स्थित राजधानी पोर्ट ब्लेयर से 135 किमी दूर है। यह द्वीप अंडमान सागर में सक्रिय भूकंपीय टेक्टॉनिक प्लेटों पर स्थित है। इसे केवल दूर से ही देखा जा सकता है। यहां जहाज पर से किसी को भी उतरने की अनुमति नहीं है। बैरेन द्वीप एक खस्ता चट्टानी द्वीप हैए जिसका व्यास लगभग लगभग 3 किलोमीटर का है। पिछली बार यह ज्वालामुखी वर्ष 1991 में फटा था और फिर उसके बाद 1994.95 में। इस ज्वालामुखी के क्रेटर से अक्सर धुआं और लावा निकलता रहता हैए जिससे रात के समय काफी प्रकाश फैलता है।

यह ज्वालामुखी बैरेन द्वीप से लगभग आधा किलोमीटर दूर है। जैसा ही आपका जहाज समुद्र के इस विशाल विस्तार से गुजरता हैए इस जलविहार का अनुभव वाकई कभी न भूलने वाला होता है। आप अपनी डेकचेयर पर बैठकर ज्वालामुखी से निकले धुएं और इस उष्णकटिबंधीय स्वर्ग को देखकर आनंदित हो सकते हैं! वैसे तो इस स्थान पर कोई नहीं रहताए लेकिन यह पर्यटकों में खासा लोकप्रिय रहा है। यहां आने के लिए वन विभाग से विज़िटिंग परमिट की आवश्यकता होती है।

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