उज्जयन्त महल अगरतला शहर के केंद्र में स्थित एक प्रसिद्ध शाही घर है जिसका नाम नोबेल पुरस्कार विजेता रवींद्रनाथ टैगोर ने रखा था, जो त्रिपुरा के नियमित आगंतुक थे। इसमें सुंदर टाइलों वाले फर्श, प्यारे दरवाजे और घुमावदार लकड़ी की छतें हैं, जो आपको उस समय के वास्तुकारों के अद्भुत कौशल से परिचित करवाती हैं। महल में सार्वजनिक हॉल, एक सिंहासन कक्ष, एक दरबार हॉल, पुस्तकालय, एक स्वागत कक्ष और चीनी कक्ष है। उज्जयन्त महल अब एक राज्य संग्रहालय है, जो उत्तर पूर्व भारत में रहने वाले समुदायों की जीवन शैली, कलाओं, सांस्कृतिक कलाकृतियों और उपयोगी शिल्पकार्य के प्रदर्शन के लिए प्रसिद्ध है। इस तीन मंजिला हवेली में मिश्रित वास्तुकला का प्रभाव है और यह चारों ओर से मुगल उद्यान से घिरी हुई है। यह महल एक अनूठा अनुभव प्रदान करता है और आगंतुकों को शांत बागों के बीच शाही इतिहास से रूबरू करवाता है।

महल का निर्माण त्रिपुरा के राजा, माणिक्य वंश के महाराजा राधा किशोर माणिक्य ने 1899 और 1901 के बीच करवाया था। इसे 1972-73 में त्रिपुरा सरकार द्वारा शाही परिवार से खरीदा गया था।

अन्य आकर्षण